
कोयलीबेड़ा :- सर्व समाज महिला प्रकोष्ठ ब्लाक इकाई कोयलीबेड़ा ने भारत की पहली शिक्षिका और समाज सुधारक सावित्री बाई फुले जी छायाचित्र पर पुष्प अर्पित कर पुण्यतिथि मनाया गया।
सर्व समाज महिला प्रकोष्ठ अध्यक्ष राजेश्वरी उयके ने अपने संबोधन में कहा कि सावित्रीबाई ने अपने जीवन को एक मिशन की तरह से जीया जिसका उद्देश्य था विधवा विवाह करवाना, छुआछूत मिटाना, महिलाओं की मुक्ति और दलित महिलाओं को शिक्षित बनाना था।
रितु नरेटी ने सम्बोधन मे कहा कि 1897 में बुलेसोनिक प्लेग महामारी ने नालसपोरा और महाराष्ट्र के आसपास के इलाके को बुरी तरह प्रभावित किया, तो साहसी सावित्रीबाई और यशवंतराव ने बीमारी से संक्रमित रोगियों का इलाज करने के लिए पुणे के बाहरी इलाके में एक क्लिनिक खोला. वह इस महामारी से पीड़ितो को क्लीनिक में ले आती जहाँ उनका बेटा उन रोगियों का इलाज करता था. रोगियों की सेवा करते हुए वह खुद भी इस बीमारी की चपेट में आ गयी. 10 मार्च 1897 को सावित्रीबाई का निधन हो गया.
इस कार्यक्रम में निम्न पदाधिकारी उपस्थित थे:- अध्यक्ष राजेश्वरी उइके,रितु नरेटी, रोशनी आँचला , कालेश्वरी आँचला , रीना बघेल , असवतीन ,बसंती गावड़े , मानबती अचला , दीपिका पद्दा , रवीना पददा, शिमला दुग्गा , भुनेश्वरी नवगो, सनीता नवगो , फूनारो बाई ।
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Tameshwar Sinha is an independent journalist based in Chhattisgarh. He has focused on the struggles of the Adivasis in his articles published in various newspapers and magazines.
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